$5.6\, kg$ संहति के किसी पिण्ड को छत से $2 \,m$ लंबाई की डोरी द्वारा लटकाया गया है । डोरी के मध्य-बिंदु पर चित्र में दर्शाए अनुसार क्षेतिज दिशा में $50\, N$ बल लगाया जाता है । साम्यावस्था में डोरी ऊर्ध्वाधर से कितना कोण बनाती है ? ( $g=10 \,ms ^{-2}$ लीजिए )। डोरी की संहति को नगण्य मानिए ।
Consider the equilibrium of the weight $W$
$\text { Clearly, } T_{2}=6 \times 10=60 \,N$
Consider the equilibrium of the point P under the action of three forces - the tensions $T_{1}$ and $T_{2},$ and the horizontal force $50 N$. The horizontal and vertical components of the resultant force must vanish separately
$T_{1} \cos \theta=T_{2}=60 \,N$
$T_{1} \sin \theta=50 \,N$which gives that
$\tan \theta=\frac{5}{6} \text { or } \theta=\tan ^{-1}\left(\frac{5}{6}\right)=40^{\circ}$
$\mathop v\limits^ \to $ वेग से गतिमान कण पर तीन बल एक साथ लगते हैं। इन तीन बलों को परिमाण तथा दिशा में त्रिभुज $ABC$ की तीन भुजाओं द्वारा प्रदर्शित किया गया है। अब कण किस वेग से गतिमान होगा
चित्र में दिखाए हुए एक मुक्त पिण्ड आरेख में, चार बल ' $x$ ' एवं ' $y$ ' अक्षों की दिशाओं में लग रहे हैं। कितने मान का अतिरिक्त बल, धनात्मक $x$-अक्ष से कितने कोण पर आरोपित करना पडेगा, जिससे पिण्ड के परिणामी त्वरण का मान शून्य हो जाएगा?
दूध का मंथन करने पर क्रीम प्राप्त होती है। इसका कारण है
प्रदर्शित चित्र के अनुसार, तीन गुटके $\mathrm{A}, \mathrm{B}$ तथा $\mathrm{C}$ को $80 \mathrm{~N}$ के एक बल द्वारा चिकने क्षैतिज तल पर खींचा जाता है।
डोरियों में तनाव क्रमशः $T_1$ तथा $T_2$ हैं :
निम्न में से कौन से संगामी बलों का समुच्चय साम्यावस्था में हो सकता है